घर की दक्षिण दिशा में इन चीजों को नहीं रखना चाहिए, आती है दरिद्रता

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घर की दक्षिण दिशा
घर की दक्षिण दिशा में क्या रखनी चाहिए?

घर की दक्षिण दिशा में इन चीजों को नहीं रखना चाहिए? वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की दिशा का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान होता है। गलत दिशा में किसी चीज को बनाने से या गलत दिशा में किसी वस्तु को रखने से घर पर इसका नकारात्मक असर पड़ता है। घर की हर दिशा का अपना महत्व होता है।

घर की दक्षिण दिशा में कुछ खास वस्तुओं को नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन में पैसों का अभाव होता है और घर में दरिद्रता का वास होने लगता है। आइए जानते हैं इस दिशा में किन चीजों को नहीं रखना चाहिए? पढ़ें – घर में कुत्ता पालना शुभ होता है या अशुभ, जानें क्या होता है

घर में सबसे शुभ दिशा उत्तर पूर्व दिशा होती है। इस दिशा में मंदिर बनवाना बहुत ही शुभ होता है। घर के दरवाजे भी पूर्व दिशा में खुलने चाहिए। पूर्व दिशा के साथ-साथ उत्तर दिशा में भी दरवाजा होना शुभ माना जाता है। वास्तु के अनुसार, गलत दिशा में रखा गया समान व्यक्ति के जीवन में कई प्रकार की परेशानियों को जन्म देता है।

दक्षिण दिशा में सामान रखने से व्यक्ति हर कार्य में असफल हो जाता है। कोई अधिकारी जो हम करते हैं उसमें मन अनुरूप फल नहीं मिलता है। इससे काम करने में मन नहीं लगता है हर जगह हानि होने लगती है। व्यापार में लाभ होना बंद हो जाता है और वह घाटे में जाने लगती है। व्यक्ति के जीवन में लक्ष्मी नहीं आने से व्यक्तिगत जीवन में परेशानी होने के साथ-साथ घर में भी क्लेश शुरू हो जाता है।

दक्षिण दिशा में किन चीजों को नहीं रखना चाहिए

वास्तु शास्त्र के अनुसार, दक्षिण दिशा में पितरों का स्थान बताया गया है। इस दिशा में गलत समान रखने से घर में नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। व्यक्ति के जीवन में पितृ दोष लगता है। इससे हमारे पितृ नाराज हो जाते हैं और घर में कई तरह की समस्याएं उत्पन्न होने लगती है। घर की आर्थिक स्थिति खराब होने लगती है और व्यक्ति की तरक्की रुक जाती है।

घर के दक्षिण दिशा में कभी भी रसोई घर का निर्माण नहीं करना चाहिए। इस बात का भी खास ध्यान रखना चाहिए कि इस दिशा में स्टोर रूम भी ना हो। वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण दिशा में मंदिर बिल्कुल भी नहीं बनाना चाहिए। घर में मंदिर का शुभ स्थान ईशान कोण होता है। पढ़ें – पूजा घर में किस तरह की मूर्तियाँ होती हैं शुभ, जानें कौन सी मूर्ति रखनी चाहिए?

दक्षिण दिशा में मंदिर बनाने से देवी देवता नाराज हो सकते हैं। इससे आपके घर में और आपके जीवन में कई प्रकार की परेशानियां उत्पन्न हो सकती है। देवी देवता के नाराज होने से आपका कोई भी कार्य सफल नहीं होगा। आप जो भी पूजा करेंगे उसका पूर्ण फल आपको नहीं मिलेगा। इसके अलावा व्यक्ति की मनोकामना पूर्ति में भी बाधा आती है।

यदि आपके घर में दक्षिण दिशा में मंदिर बना हुआ है तो उसे तुरंत ही हटा दें। दक्षिण दिशा में बना हुआ मंदिर अशुभ माना जाता है और यहां पर पूजा करने से पूजा का पूर्ण फल नहीं मिल पाता है। दक्षिण दिशा में पितरों की तस्वीर लगा सकते हैं। इससे हमारे पितृ प्रसन्न होते हैं और घर में धन की वर्षा होती है। व्यक्ति के जीवन में तरक्की के मार्ग खुलने लगते हैं। नए व्यापारिक अनुबंध प्राप्त होते हैं।

दक्षिण दिशा में जूते चप्पल भी नहीं रखना चाहिए। घर की दक्षिण दिशा पितरों की दिशा होती है इसलिए इस दिशा में जूते चप्पल के साथ-साथ कोई भी गंदी वस्तु नहीं रखनी चाहिए। इस दिशा में मशीनें रखने से भी बचें। दक्षिण दिशा को जितना हो सके उतना ही साफ सुथरा रखें। इससे घर में सकारात्मक वास होगा और घर का विकास होगा। घर में आने वाली परेशानियों से मुक्ति मिलेगी।