Home Vastu Tips: पश्चिम दिशा में शौचालय होता है बहुत ही अशुभ, रखें ध्यान

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पश्चिम दिशा में शौचालय
पश्चिम दिशा में शौचालय बनवाना होता है अशुभ

Home Vastu Tips: घर की दिशा और वास्तु के अनुसार घर का निर्माण बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। वास्तु शास्त्र के अनुसार पश्चिम दिशा में शौचालय बनवाना अशुभ माना जाता है। यदि आपके घर के पश्चिमी दिशा में बाथरूम का निर्माण हो गया है तो यह बहुत ही निराशाजनक बात होता है। बाथरूम निर्माण के लिए पश्चिम दिशा को द्वितीय दिशा के रूप में स्वीकार किया गया है। लेकिन घर के ठीक पश्चिम दिशा में शौचालय बनवाने से घर के सदस्यों के चेहरे पर उदासी आ जाती है। घर की छोटी बेटी उदास और इंट्रोवर्ट हो जाती है।

घर में मौजूद छोटे सदस्य अपनी बातें किसी से ज्यादा शेयर नहीं करते हैं। घर में डिप्रेशन का वास हो जाता है। घर में रहने वाले सदस्यों के स्वास्थ्य में कमी हो जाती है। महिलाओं में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है। घर के सदस्यों के शरीर में है लोहा, जिंक, मैग्नीशियम और अन्य प्रकार के खनिज तत्व की कमी हो जाती है। इसलिए पश्चिम दिशा में शौचालय या बाथरूम का निर्माण अच्छा नहीं माना जाता है। पढ़ें- घर में सोफा की दिशा- इस दिशा में रखने से आती है सुख शांति, जानें शुभ दिशा

यदि आपके घर में किसी वजह से पश्चिम दिशा में शौचालय का निर्माण हो गया है तो उस से होने वाले दुष्प्रभाव से बचने के लिए उस दिशा में दीवारों पर पेंटिंग और बाथरूम के दीवारों पर पेंटिंग सफेद रंग से करवाना चाहिए। पश्चिम दिशा में मेटल से बनी हुई कोई चीज लगानी चाहिए। बाथरूम का दरवाजा लोहा का बनवाना चाहिए। वास्तु दोष को दूर करने के लिए कांच की कटोरी में समुद्री नमक भरकर उस क्षेत्र में रख देना चाहिए और समय-समय पर उसको बदलते रहना चाहिए।

घर के पश्चिम दिशा में टॉयलेट होने से घर में होने वाले दुष्प्रभाव से बचने के लिए कुछ दिन के अंतराल पर दोपहर 3:00 से 5:00 के बीच छोटी कन्याओं को गुड़ खिलाना चाहिए। इससे इस प्रकार का वास्तु दोष दूर होता है। इन उपायों को करने से घर की पश्चिम दिशा में शौचालय होने के बाद भी आपके घर की खुशियां हमेशा बरकरार रहेंगे। घर के सदस्यों के बीच सामंजस्य रहेगा। घर में हमेशा शांति और सुख समृद्धि बनी रहेगी। घर के सदस्य इंट्रोवर्ट नहीं होंगे। पढ़ें- घर की दक्षिण दिशा में इन चीजों को नहीं रखना चाहिए, आती है दरिद्रता